सोमवार, 5 मई 2014

श्रीमदाचार्यवर्य श्री १०८ करंजी बलदेवरायजी लालाजी महाराजश्री आपनें आदिविष्णुस्वामी संप्रदाय का परचम  भारत में फहराया भारत के विभिन्न स्थलों का प्रवास कर दुर दुर तक बसे विष्णुस्वामीसम्प्रदाय के वैष्णवो का  तथा अन्य दैवी जीवों का उद्धार किया। यह छवीजी जगन्नाथपुरी मन्दिर कि है जहाँ आपश्री ने जगन्नाथजी  की आरती की सेवा की एवम
सभी वैष्णव सृष्टि को दर्शन का लाभ मिला मेरे पिताजी आपश्री के इस दिव्य प्रवास मे साथ थे ।




श्रीमदाचार्य पुरुषोत्तमरायजी लालाजी महाराजश्री द्वारिका